थिएटर, लेखन व कुमाऊंनी साहित्य में विशेष योगदान के लिए बजेली जी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार

थिएटर, लेखन व कुमाऊंनी साहित्य में विशेष योगदान के लिए बजेली को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार

थिएटर सिनेमा, उत्कृष्ट लेखन, और कुमाऊंनी साहित्य में विशेष योगदान के लिए सोमेश्वर के दीवान सिंह बजेली जी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार वर्ष 2018 से अलंकृत किया गया। नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दीवान सिंह बजेली को सम्मानित किया। दीवान सिंह बजेली की इस उपलब्धि क्षेत्रवासियों ने बधाई दी है।

अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर तहसील के कलेत गांव में जन्मे दीवान सिंह बजेली का लेखन में 30 वर्षों का अनुभव है। वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे हैं। थियेटर और फिल्म से जुड़े विषयों पर उनकी कलम हमेशा सामाजिक जागरूकता और नागरिकों को सामर्थ्यवान बनाने में अपना योगदान देते रहे हैं।

देश के प्रमुख समाचार पत्रों टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, इकोनॉमिक टाइम्स, फाइनेंशियल एक्सप्रेस और स्टेट्समैन आदि में उनके क्रिटिक्स प्रकाशित होते रहे हैं। स्थानीय स्तर पर कुमाऊं लोक कथाओं और कहानियों को दुनिया भर में पहचान दिलाने में भी योगदान दिया है।

चिल्ड्रेंस वर्ल्ड में उनके प्रकाशन में इसकी बानगी मिलती है। थियेटर और सिनेमा जगत में भी उनकी क्षमता को हर स्तर पर सराहना मिली है। लेखक बजेली साहित्य कला परिषद दिल्ली के द्वारा गठित कई समितियों से भी जुडे़ हैं। इसके अलावा मोहन उप्रेती द्वारा स्थापित पर्वतीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद पर भी सेवाएं दे रहे हैं।

दीवान सिंह बजेली की रचनाएं

मोहन उप्रेती द मैन एंड हिज आर्ट, द थियेटर ऑफ़ भानु भारती-ए न्यू पर्सपैक्टिव, यात्रिक-जर्नी इन थियेट्रिकल आर्ट्स और उत्तराखंड कल्चर इन दिल्लीः मिरियाड ह्यूज ऑफ़ हिमालयन आर्ट्स प्रमुख हैं।

साभार: दैनिक जागरण

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